उत्तराखंड में होमगार्ड के जवान केवल ट्रैफिक ड्यूटी तक ही सीमित नहीं रहेगा इन जवानों के कंधों पर आप सिक्योरिटी का जिम्मा भी रहेगा दरअसल उत्तराखंड में पुलिस कांस्टेबल की लंबे समय से कमी चल रही है जिसके चलते वीआईपी और वीवीआईपी की सुरक्षा में लगने वाले जवानों में भी भारी कमी देखने को मिल रही है लेकिन इसी कमी को पूरी करने के लिए उत्तराखंड होमगार्ड के जवानों को पिस्टल की ट्रेनिंग दी जा रही है और आने वाले समय में होमगार्ड का जवान सुरक्षा का जिम्मा भी संभालता हुआ दिखाई देगा, आपको बता दें कि प्रदेश में पहली बार उत्तराखंड होमगार्ड को ट्रैफिक से निकालकर सुरक्षा व्यवस्था में रखे जाने की तैयारी की जा रही है जिसके लिए होमगार्ड के जवानों को पहली बार पिस्टल की ट्रेनिंग दी जा रही है , गौरतलब है की पिस्टल ट्रेनिंग की शुरुआत 10 जुलाई से शुरू हुई थी जिसके लिए होमगार्ड डिपार्टमेंट ने 100 पिस्टल 9 एमएम की खरीदारी की है जिसे जवानों को पिस्टल चलाने के लिए दक्ष किया गया 21 दिन के कड़े प्रशिक्षण के बाद आज देहरादून पुलिस लाइन में इन जवानों को टारगेट फायरिंग करवाई गई डीआईजी होमगार्ड राजीव बलूनी ने बताया कि पहले 20 दिनों में इन होमगार्ड के जवानों को पिस्टल की बारीकियां खोलना जोड़ना और किस प्रकार की सावधानी पिस्टल चलाने के दौरान रखनी चाहिए यह बताया गया जिसके बाद जवानों को फायरिंग प्रैक्टिकल के लिए देहरादून पुलिस लाइन स्थित इंदौर फायरिंग रेंज में प्रशिक्षण दिया गया साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक होमगार्ड जवान से 25 राउंड फायरिंग करवाई गई है , गौरतलब है कि शासन को इन होमगार्ड के जवानों को ट्रैफिक और कार्यालय ड्यूटी के अलावा अन्य सुरक्षा व्यवस्था में लगवाने के लिए sop भेजी गई है जिसके बाद अब उम्मीद की जा रही है कि ट्रैफिक संभालते हुए दिखने वाले होमगार्ड के जवान सुरक्षा व्यवस्था में भी दिखेंगे ।
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