27 March 2025

uttarakhandtimes24.com

Uttarakhand Times 24 Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar

हर मोर्चे पर विफल भाजपा को अब भारतीय संविधान पर भी ऐतराज। इतिहास के बाद अब भारत के संविधान को बदलने की भी तैयारीः- डाॅ0 प्रतिमा सिंह

 

हर मोर्चे पर विफल भाजपा को अब भारतीय संविधान पर भी ऐतराज। इतिहास के बाद अब भारत के संविधान को बदलने की भी तैयारीः- डाॅ0 प्रतिमा सिंह

 

 

 

उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रवक्ता डाॅ0 प्रतिमा सिंह ने भाजपा नेता और उत्तराखण्ड से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के इंडिया शब्द पर दिये गये बयान को दुःखद, हास्यास्पद एवं भारतीय संविधान विरोधी करार दिया है।

डाॅ0 प्रतिमा सिंह ने कहा कि शायद नरेश बंसल स्वर्गवासी प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजयेपी के शाइनिंग इडिया, और मोदी जी के मेक इन इंडिया के पूरी तरह फेल होने के चलते इंडिया शब्द से नफरत करने लगे हैं तभी ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेश बंसल ने संसद में जिस संविधान की शपथ ली आज वे उसी संविधान का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज्ञान सभी भारतीय जानते हैं परन्तु उन्होंने इंडिया की तुलना आतंकवादी संगठनों एवं अलगाववादी संगठनों से करने से पूर्व भूल गये कि उनकी पार्टी ने इंडिया के नाम पर कई योजनाएं चलाकर खूब वाह-वाही लूटी है भले ही वे योजनाएं आज धराशायी क्यों न हो गई हैं शायद इसीलिए अब भाजपा के नेताओं को इंडिया शब्द से एलर्जी होने लगी है।

डाॅ0 प्रतिमा सिंह ने कहा कि नरेश बंसल जैसे नेता सिर्फ राज्यसभा की कुर्सी भरने का काम करते हैं उन्होंने अपने आज तक के कार्यकाल में कभी भी न तो प्रदेश की कोई समस्या उठाई है और न ही प्रदेश के लिए कोई ऐसा काम किया हो जिसके चलते वे जनता के मध्य अपनी पहचान बना पाते इसीलिए उन्होंने इस प्रकार की अनर्गल बयानबाजी कर अखबारों की सुर्खियां बटोरने तथा अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने का काम किया है जिसकी पूरे प्रदेश की जनता निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा को देश का उच्च सदन माना जाता है तथा इसके सदस्यों की गिनती बुद्धिजीवी वर्ग तथा विषय विशेषज्ञों के तौर पर की जाती है परन्तु देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे पदों पर आज नरेश बंसल जैसी तुच्छ मानसिकता के लोग विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को भारतीय संविधान का सम्मान करना नहीं आता है उसे राज्यसभा सांसद जैसे गरिमामयी पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।